Tuesday, December 13, 2011

मेरी दास्तान

ये गीत है न गज़ल कोई,
ये मेरे दर्द की कहानी है।
मेरे सिने  में सिर्फ शोले  हैं,
मेरी आँखों में सिर्फ पानी है...

कैसा है ये गीत ??????
अच्चा है न ?????????
आपको पसंद आया या नहीं? सच बताना....आपको मेरी कसम।
और हाँ, क्या इस गीत को सुनकर या पढ़कर आपको किसी की याद तो नहीं सताने लगी???
सच्ची मुझे तो सताने लगती है। आखिर टुटा हुआ दिल  जो है मेरा।
जानना चाहोगे कैसे टूटा मेरा दिल ????
हाँ, मुझे पता था आप जानना चाहते हैं।
तो लो सुनो मेरी दास्ताँ........