Tuesday, November 20, 2012

मैंने जीना सीख लिया ...

हाँ तुझे ही बता रहा हूँ मैं ...

जिन्दगी भर धोखे खायेगा तू। कहा जाता है- "जैसी करनी वैसी भरनी"
आज जिसके लिए तू वफादार बनता फिर रहा है, उसमे इतनी भी अकल नहीं होगी क्या? कि कल तू मेरे साथ था और आज उसके साथ। परन्तु वह तुझे क्यों गलत कहेगा? वह जनता है कि जब तक मजे लेने हैं तब तक ले लूँ। फ्री में मिल रहे हैं, कल को तुझ जैसा बेवकूफ कहा मिलने वाला है। एक बात तुझे बता दूँ-  वह भी जनता है की  तू वैश्या बन गया है। और ऐसी वैश्या जिसके लिए उसे कुछ खर्च भी नहीं करना पड़ रहा। वह तुझे जूठे प्रोमिस कर-कर के तेरी ज़िन्दगी को जहन्नुम बना देगा। अभी तो तुझे मेरी बात शूल की तरह चुभ रही होंगी, लेकिन एक दिन तुझे एहसास जरुर होगा।उस दिन तुझे मेरी बाते, आदते भाने लगेंगी। आज तो तू यही कहेगा की- तू बहुत नीच है। अरे तू क्या जाने प्यार क्या होता है। मेरा ढेर सारा प्यार पाकर तुझे सहन नहीं हो पाया और तू बौखला गया। 
मैंने तो जीना सीख लिया- दुनिया बहुत मतलबी है यह भी देख लिया।

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