Thursday, November 29, 2012

मेरा-तेरा

मंजिलें भी तेरी थी और रास्ता भी तेरा,
तेरा प्यार पा लूँ, बस यही था सपना मेरा।
मेरे साथ रहने की कसम भी तेरी थी, 
फिर अकेला छोड़ जाने का था खयाल भी तेरा।
हाथों में हाथ लेकर मुझे हँसाने की सोच भी तेरी थी,
मेरी आँखों में आँसू देने का सिलसिला भी तेरा।

मैं क्यूँ यहाँ तनहा रह गया?
मेरा दिल सवाल करता है;
किस्मत तो तेरी थी,
पर क्या खुदा भी था तेरा?

खुदा बोला तेरे और मेरे बारे में  -
तुझे खुदा बनाने की गलती मेरी थी,
तुझ पर यकीन करने का ख्याल भी मेरा।
तुझे क्या गम होगा मेरे जाने का,
सच्चा प्यार तेरा नहीं, सच्चा प्यार तो था सिर्फ मेरा।

No comments: